
कवर्धा 1जुलाई 2025। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर जिले के बोड़ला विकासखंड के सुदूर वनांचल, बैगा बहुल्य रेंगाखार जंगल तहसील क्षेत्र में राजस्व संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में विजय शर्मा स्वयं रेंगाखार के शासकीय स्कूल में आयोजित विशेष राजस्व शिविर में पहुँचे और ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनके आवेदन की स्थिति की जानकारी ली। राजस्व शिविर में उप मुख्यमंत्री ग्रामवासियों और अधिकारियों की उपस्थिति में प्राप्त आवेदनों की प्रगति की समीक्षा की। इस शिविर में कलेक्टर गोपाल वर्मा पूरे दिन शिविर में रहे और ग्रामीण , किसानों से प्राप्त आवेदनों की निराकरण की स्थिति की जानकारियां दी।
उप मुख्यमंत्री शर्मा ने शिविर में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदन का त्वरित और पारदर्शी ढंग से निराकरण सुनिश्चित किया जाए।
उल्लेखनीय है कि 20 मई 2025 को रेंगाखार में आयोजित शिविर में कुल 631 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से अब तक 314 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। शेष आवेदनों को 20 अगस्त 2025 तक निराकृत करने के निर्देश उप मुख्यमंत्री ने शिविर में ही संबंधित अधिकारियों को दिए। उप मुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि शासन की मंशा है कि अंतिम पंक्ति के व्यक्ति तक न्याय और सुविधा पहुंचे। विशेषकर वनांचल और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में रहने वाले लोगों की राजस्व संबंधी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा आज कबीरधाम जिले के सुदूर वनांचल रेंगाखार क्षेत्र में आयोजित विशेष राजस्व शिविर में पहुंचे। उन्होंने शिविर स्थल पर ग्रामीणों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं, शिकायतें और मांगें संवेदनशीलता के साथ सुनी और कई महत्वपूर्ण प्रकरणों का समाधान मौके पर ही किया। उप मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि वनांचल क्षेत्र के निवासियों की राजस्व संबंधी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन, रिकॉर्ड सुधार, वन अधिकार पट्टा, व्यवस्थापन पट्टा, नक्शा बटांकन, डुप्लीकेट ऋण पुस्तिका जैसे विषयों से जुड़ी समस्याएं आम हैं, जिनके त्वरित और पारदर्शी समाधान के लिए राजस्व शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। उप मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि अब रेंगाखार क्षेत्र के ग्रामीणों को अपने राजस्व रिकॉर्ड निकलवाने के लिए बोड़ला नहीं जाना पड़ेगा। सभी आवश्यक रिकॉर्ड अब रेंगाखार तहसील कार्यालय में उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे ग्रामीणों को समय और संसाधन की बचत होगी। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की मंशा है कि अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी बिना भटके, सरल और सुलभ ढंग से शासन की सेवाएं प्राप्त हों।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि सुदूर वनांचल क्षेत्र के निवासियों की राजस्व संबंधी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर त्वरित और समुचित निराकरण किया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि आगामी राजस्व शिविर के पूर्व तक प्राप्त सभी आवेदनों का पूर्ण निराकरण कर लिया जाए। राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि हल्का वार कार्यों को व्यवस्थित ढंग से पूर्ण करें तथा इस कार्य में पूरे राजस्व अमले की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित हो। उन्होंने विशेष रूप से निर्देश दिया कि बोड़ला क्षेत्र के राजस्व अमले को भी रेंगाखार में ड्यूटी पर लगाया जाए ताकि समाधान की गति और प्रभावशीलता बढ़े। उप मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आगामी विशेष राजस्व शिविर 20 अगस्त को आयोजित किया जाएगा, जिसमें बचे हुए सभी आवेदनों का अंतिम रूप से निराकरण कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस तिथि तक शत-प्रतिशत समाधान की स्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि वनांचल क्षेत्र के नागरिकों को शासन की योजनाओं का वास्तविक लाभ समय पर प्राप्त हो सके।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि राजस्व संबंधी मामलों के त्वरित एवं पारदर्शी निराकरण के लिए आम नागरिकों को प्रक्रियाओं की स्पष्ट जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व कार्यों से जुड़े जनप्रतिनिधियों और प्रमुख व्यक्तियों की एक विशेष कार्यशाला का आयोजन 25 जुलाई को किया जाए। इस कार्यशाला का उद्देश्य आमजन को नामांतरण, फौती, बंटवारा आदि राजस्व मामलों की प्रक्रिया की सटीक जानकारी देना है, ताकि वे सही और पूर्ण दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत कर सकें। उप मुख्यमंत्री ने ग्रामवासियों से भी अपील की कि वे राजस्व प्रक्रिया को समझें और जानकारी लेकर ही आवेदन करें, जिससे उनके प्रकरणों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित हो सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, जिला पंचायत सदस्य राजकुमार मेरावी, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष विदेशी राम धुर्वे, अपर कलेक्टर विनय पोयाम, एसडीएम रुचि शार्दुल सहित क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।
