उक्त बैठक में विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी जी.पी. बनर्जी, खंड स्रोत समन्वयक अर्जुन चंद्रवंशी, सहायक विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी दीपक ठाकुर, उल्लास नवभारत ब्लॉक परियोजना अधिकारी एस. पी. डड़सेना संकुल प्राचार्य आर. एन. राजपूत, शैक्षिक समन्वयक द्वय रघुनंदन गुप्ता एवं हमीदुल्ला खान की उपस्थिति में शिक्षा गुणवत्ता, छात्र-शिक्षक अनुपात और नए शैक्षणिक कार्यक्रमों पर चर्चा की गई।
बैठक के प्रारम्भ में अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर माता सरस्वती एवं लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर जी की पूजन प्रार्थना कर शुभारंभ किया गया। अधिकारियों ने शिक्षकों और छात्रों की प्रगति का आकलन करते हुए
दोनों संकुल के 26 प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रमुखों को बधाई देते हुए कहा कि आपके निष्ठापूर्वक कार्य से पंडरिया विकासखण्ड का पूरे राज्य में मान बढ़ा है। आपका बच्चों के प्रति लगन पूर्व कराए गए गतिविधि को पूरा राज्य देखता है। दिनांक 30/09/2024 को आयोजित इस
बैठक में सहायक विख शिक्षा अधिकारी श्री ठाकुर ने मुख्यरूप से
mdm का दैनिक ऑनलाइन प्रविष्टि, PSY प्रतिभा सम्मान एवं PM श्री नवोदय विद्यालय हेतु ऑनलाइन पंजीयन पूर्णता। यू-डाइस में शिक्षक, छात्र व विद्यालय की जानकारी प्रविष्टि के साथ FLN के क्रियान्वयन व बच्चो की भाषा और गणित में शैक्षिक गुणवत्ता को तथा शिक्षक दैनंदिनी का लेखन अनिवार्य रूप से करने, प्रत्येक माह PTM बैठक व न्योता भोजन आयोजन की अनिवार्यता के अलावा APAAR ID एवं परख के क्रियान्वयन के सम्बंध में आवश्यक तैयारी करते हुए मेगा पालक शिक्षक बैठक में रखने हेतु निर्देशित किये। खंड स्रोत समन्वयक श्री चंद्रवंशी जी ने गौ-विज्ञान परीक्षा आयोजन के सम्बंध में आवश्यक देते हुए उक्त परीक्षा में बच्चों को अधिक से अधिक सहभागिता कराने, FLN की अभ्यास पुस्तिका का सतत उपयोग करने, जन- मन योजना के अंतर्गत विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति का जाति-निवास प्रमाण पत्र बनवाने एवं स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम आयोजन करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक के दौरान पुण्यश्लोक लोकमाता रानी अहिल्याबाई होल्कर 300वीं जयंती वर्ष के सम्बंध में ब्लॉक संयोजक श्री शिवकुमार बंजारे ने उपस्थित समस्त शिक्षकों को उनके द्वारा समाज सुधार एवं उत्थान के लिए किए गए सर्वोत्तम कार्यों से अवगत कराते हुए बतलाये कि आज से 300 वर्ष पहले इतिहास के पन्नो में ऐसे महान वीरांगना, विभूतियों एवं महापुरुषों का नाम खोजना पड़ता है, जिन्होंने सम्पूर्ण राष्ट्रोत्थान के साथ देश के सामाजिक सुधारों के साथ कुप्रथाओं को समाप्त करने की महती भूमिका निभाये। लोकमाता अहिल्या बाई ने 15 हजार से अधिक देवालयों के अलावा सांस्कृतिक संरक्षण में अग्रगण्य नाम आता है। जिनके कार्यशैली की अंग्रेज भी प्रशंसा करते थे। इनके द्वारा जीवजगत के लिए किये गए पूण्य कार्यों को जनजन तक पहुंचाने तथा ऐसे वीरांगनाओं के बारे में “वीरगाथा” के माध्यम से बच्चों में रंगोली, चित्रकारी, नाटक, भाषण आदि कार्यक्रम शनिवार बैगलेस डे के दिन आयोजन करने का आग्रह किये।
शासन के महत्वकांक्षी कार्यक्रम “न्यौता भोज” का आयोजन प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक श्री अतुल तिवारी जी के द्वारा अपने पिता जी की स्मृति में एवं संकुल समन्वयक द्वय के द्वारा किया गया। जिसमें बच्चों को पुलाव चांवल, मटर पनीर की सब्जी, दाल के अलावा पूड़ी, केला, जलेबी, लड्डू, बालूशाही, सलाद, पापड़ आदि का भोज कराया गया। साथ ही राज्य स्तर पर सम्मानित शिक्षक शिवकुमार बंजारे एवं विजय चन्देल को मोमेंटो से सम्मानित किया गया। साथ ही विद्यालयीन समय की प्रतिबद्धता के लिए दोनों संकुल के चार शिक्षक गणेशराम धुर्वे, शिवसिंह राज, यशवंत कुमार कुम्भकार एवं पार्वती भास्कर को लेखनी भेंट कर सम्मानित किया गया। अवसर पर ब्लॉक परियोजना अधिकारी डड़सेना ने बच्चों एवं शिक्षकों को साक्षरता शपथ दिलाये। संकुल केंद्र मुममुना एवं बिरकोना द्वारा ब्लॉक से पधारे अधिकारियों को संकुल प्रचार्य आर. एन. राजपूत ने डायरी एवं लेखनी भेंट कर आभार व्यक्त किये।