कवर्धा, 25 मई 2024। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने आगामी मानसून से पूर्व खरीफ फसल 2024-25 की तैयारियों के संबंध में कृषि, विपणन, बीज निगम सहित उद्यानिकी, पशुधन एवं मछली पालन विभाग, शक्कर कारखाना प्रबंधक एवं उप पंजीयक सेवा सहकारी संस्थाए, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारियों की संयुक्त बैठक ली। कलेक्टर ने बैठक में खरीफ फसल की तैयारियों की गहनता से समीक्षा करते हुए जिले में खाद-बीज की मांग के अनुपात में भण्डारण एवं समितियों में वितरण और किसानों द्वारा समितियों के माध्यम से किए जा रहे उठाव सहित सभी एजेंडों पर बारीकी से समीक्षा की।
कलेक्टर महोबे ने कृषि एवं जिला विपणन अधिकारी से आगामी खरीफ फसल के लिए किसानों द्वारा किए जा रहे खाद-बीज एवं उवर्रक के मांग एवं भण्डारण और वितरण की पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने जिले के सभी सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से संबंधित समितियों के पंजीकृत किसानों द्वारा किए जा रहे खाद-बीज और उर्वरक की मांग की पूरी जानकारी ली एवं मांग के अनुपात में जिले में खाद-बीज और उर्वरक का भण्डारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में यूरिया, सुपर फास्फेट, डीएपी, एनपीके और पोटाश के लक्ष्य एवं भंडारण और वितरण की पूरी जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि उर्वरकों के लक्ष्य के अनुपात में 56 प्रतिशत भण्डारण कर लिया गया है, जिसमें उरर्वकों को 39 हजार 810 मेट्रीक का लक्ष्य था, जिसके अनुपात में 22 हजार 446 हजार मेट्रीक टन का भंडारण किया गया है। कलेक्टर ने उर्वरकों के लिए मांग पत्र भेंजने के निर्देश दिए है। इसी प्रकार समितियों में मांग के आधार पर 17 हजार 691 मेट्रीक टन समितियों को उपलब्ध कराया गया है। कलेक्टर ने किसानों उर्वरकों के अग्रिम उठाव के लिए आवश्यक निर्देश दिए। जिले में डीएपी उर्वरक की कमी होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में यूरिया, एनपीके, एवं एसएसपी के समूह का उपयोग कृषकों के मध्य प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। उन्होने सेवा सहकारी समितियों में एवं निजी कृषि केन्द्रों में बीज एवं खाद की उच्चगुणवत्ता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांने जिले के निजी कृषि केन्द्रों के पंजीयन सहित आवश्यक जांच करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री महोबे ने बैठक में कृषि विभाग के काम-काज की समीक्षा की। उन्होने जिले में ई-केवायसी एवं आधार सिडींग के लिए शेष किसानों का जल्द से जल्द कार्य पूरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बैठक में जिले में जैविक खेती को बढ़ावा देते हुए सुगंधित एवं लघु धान्य फसलों को बढ़ावा देने के लिए कृषकों का प्रोत्साहित कर इन फसलों के बीच उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विशेष पिछड़ी जनजातियों का जाति प्रमाण पत्र का संग्रहण कर वरिष्ठ कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए। खरीफ 2024 के लिए जिले में दलहन, तिलहन, लघु फसलों के रकबे में वृद्धि कर एवं कपास की फसलों को जिले में नवाचार अभियान चलाने के निर्देश दिए। बेमौसम बारिश से फसल नुकसान हुए किसानों को क्रियान्वयन बीमा कंपनी से बीमा दावा राशि भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। डिजीटल फसल सर्वे की कार्य योजना पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होने अऋणी किसानों को केसीसी के दायरे में लाने के निर्देश दिए।