रेवाबंद तालाब उद्यान बदहाल: 25 लाख खर्च होने के बाद भी नहीं हुई एक बार सफाई, शराबियों का अड्डा बना खबर : नगर पालिका क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक रेवाबंद तालाब उद्यान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। करीब 15 वर्ष पहले वर्ष 2007 में नगर पालिका द्वारा तालाब और उद्यान के सौंदर्याकरण पर लगभग 25 लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए थे। उस समय तालाब के किनारे पचरी (पाथवे) निर्मित की गई थी और चारों ओर गार्डन विकसित किया गया था। उम्मीद थी कि यह स्थान लोगों के लिए मनोरंजन और सैर-सपाटे का बेहतर केंद्र बनेगा, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही से स्थिति इसके उलट हो गई है। स्थानीय नागरिकों के अनुसार सौंदर्याकरण के बाद से अब तक एक बार भी इसकी सफाई नहीं कराई गई। तालाब के किनारों पर कूड़े का ढेर जमा रहता है, वहीं पाथवे बुरी तरह उखड़ चुके हैं। उपेक्षा का आलम यह है कि अब यह जगह शराब पीने वालों का अड्डा बन चुकी है। शराबियों द्वारा डिस्पोजल ग्लास, बोतलें और अन्य कचरा फेंकने से उद्यान की सुंदरता पूरी तरह नष्ट हो गई है। इसके अलावा यहां मूत्र-त्याग और कई अवैध गतिविधियों की शिकायतें भी लगातार सामने आ रही हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका यदि नियमित सफाई, सुरक्षा और मरम्मत कार्य करे तो यह जगह फिर से सुंदर और उपयोगी बन सकती है। फिलहाल नागरिकों ने प्रशासन से तत्काल व्यवस्था सुधारने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है।

कवर्धा -: नगर पालिका क्षेत्र में स्थित ऐतिहासिक रेवाबंद तालाब उद्यान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। करीब 15 वर्ष पहले वर्ष 2007 में नगर पालिका द्वारा तालाब और उद्यान के सौंदर्याकरण पर लगभग 25 लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए थे। उस समय तालाब के किनारे पचरी (पाथवे) निर्मित की गई थी और चारों ओर गार्डन विकसित किया गया था। उम्मीद थी कि यह स्थान लोगों के लिए मनोरंजन और सैर-सपाटे का बेहतर केंद्र बनेगा, लेकिन प्रशासनिक लापरवाही से स्थिति इसके उलट हो गई है।
स्थानीय नागरिकों के अनुसार सौंदर्याकरण के बाद से अब तक एक बार भी इसकी सफाई नहीं कराई गई। तालाब के किनारों पर कूड़े का ढेर जमा रहता है, वहीं पाथवे बुरी तरह उखड़ चुके हैं। उपेक्षा का आलम यह है कि अब यह जगह शराब पीने वालों का अड्डा बन चुकी है। शराबियों द्वारा डिस्पोजल ग्लास, बोतलें और अन्य कचरा फेंकने से उद्यान की सुंदरता पूरी तरह नष्ट हो गई है। इसके अलावा यहां मूत्र-त्याग और कई अवैध गतिविधियों की शिकायतें भी लगातार सामने आ रही हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका यदि नियमित सफाई, सुरक्षा और मरम्मत कार्य करे तो यह जगह फिर से सुंदर और उपयोगी बन सकती है। फिलहाल नागरिकों ने प्रशासन से तत्काल व्यवस्था सुधारने और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग की है।





