कवर्धा, 16 मई 2024। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने गुरूवार को सुबह जिले के सहसपुर लोहारा विकासखण्ड के ग्राम कोयलारी और ग्राम दैहानडी में डायरिया, उल्टी और मौसमी बीमारियों के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए बनाए गए अस्थायी हैल्थ कैंप अवलोकन किया। इन दोनों ग्रामों में शासकीय प्राथमिक स्कूल को स्वाथ्य लाभ के लिए अस्थायी कैंप के रूप में तब्दील किया गया है। कलेक्टर श्री महोबे ने कोयलारी में डायरिया के रोकथाम और नियत्रंण के लिए अपनाए जा रहे उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और डायरियां के प्रभावी रोकथाम के लिए और नए मरीजों की जानकारी के लिए राजस्व,पंचायत,पीएचई और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम बनाकर इन कोयलारी और दैहानडीह में घर-घर पहुंच कर सर्वें करने और किसी भी प्रकार के मौसमी बीमारी से पीडित व्यक्तियों के जांच तथा उनके ब्लड सैम्पल लेने के निर्देश दिए।
कलेक्टर जनमेजय महोबे ने स्वास्थ्य, पीएचई, पंचायत और सहसपुर लोहारा एसडीएम के साथ संयुक्त रूप में कोयलारी और दैहानडीह के प्रभावित पारा-मुहल्ले में पहुंचकर वहां की वस्तु स्थिति की जानकारी ली। कलेक्टर ने घरों में पेयजल के लिए उपयोग में लाने वाले पानी का सैम्पल लेने के लिए पीएचई को निर्देशित किया। साथ ही जिन जल स्त्रोंतों से पानी लाया जा रहा है उन कुआें और हैण्डपंप का पानी भी टेस्ट कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कोयलारी में जांच के बाद बैक्टेरिया से संक्रमित कुओं के पानी को पेयजल के रूप में उपयोग में नहीं लाने के लिए निर्देश दिए। कलेक्टर के निर्देश के बाद कुआ के सामने बैरिकेट भी लगाने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने इन दोनों ग्रामों में पानी को उबाल कर पीने और स्वास्थ्य के प्रति सतर्क और सजग रहने और चिकित्सकों द्वारा उपचार के बाद दिए गए सभी दवाईयों का समय-समय पर सेवन करने संबंधित जागरूकता मुनादी कराने के निर्देश दिए है। कलेक्टर महोबे ने कोयलरी और दैहानडीह में डायरियां के पूर्णतः रोकथाम और नियंत्रण होने तक अस्थायी स्वास्थ्य कैंप जारी रखने के निर्देश दिए है। कलेक्टर ने संबंधित एसडीएम और सीएमएचओ को पल-पल वास्तविक जानकारी देने के सख्त निर्देश दिए है। कलेक्टर ने खण्ड चिकित्सा अधिकारी संजय खरसन से पूरी जानकारी ली।
*ग्राम कोयलारी में 12 मई के बाद स्थिति नियंत्रण और सुधार की ओर*
कलेक्टर जनमेय महोबे ने डायरिया के रोकथाम और प्रभावी रोकथाम के लिए बनाए गए अस्थायी हैल्थ कैंप का अवलोकन किया। उन्होने वहां उपचार के लिए भर्ती मरीजों के स्वाथ्य सुधार के बारे में पूरी जानकारी ली। यहां सीएमएचओ डॉ बीएल राज ने बताया कि कोयलारी मे डायरियों के प्रभावी रोकथाम जारी है। इसी प्रकार ग्राम दैहानडीह में भी उल्टी से पीडित मरीजों के स्वास्थ्य सुधार के लिए स्वास्थ्य अमला हाई अलर्ट हैं। ग्राम कोयलारी में डायरिया का नियंत्रण में तेजी से सुधार हो रहा है। 12 मई के बाद से लगातार डायरिया से पीड़ित नए मरीजों की संख्या में कमी पाई गई है। उन्होने बताया कि 6 मई कोयलारी में उल्टी-दस्त से पीड़ित मरीजों की जानकारी मिली। कलेक्टर के निर्देश के बाद कोयलारी में 8 मई से अस्थायी स्वास्थ्य कैप प्राथमिक स्कूल को बनाया गया। डॉक्टर सहित स्वास्थ्य अमलो की 24 घंटे ड्यूटी लगाई गई। अब तक यहां 67 डायरिया से पीड़ित मरीज मिले है। वर्तमान में इस गांव में डायरिया से पीड़ित मरीजों की संख्या सिर्फ 7 रह गई है। 6 मरीजों का अस्थायी कैंप में उपचार किया जा रहा है और एक मरीज का जिला अस्पताल में उपचार जारी है। 16 मई को डायरिया के एक भी नए मरीज नहीं मिले है। 12 मई को डायरिया के 14 मरीज मिले थे, जिसमें महिला 8 और पुरूष 6 थे। इसके बाद 13 मई को 5 पीड़ित,14 मई 7 पीड़ित, 15 मई को 3 डायरिया से पीड़ित मरीज मिलें। 16 मई को एक भी नए मरीज नहीं मिले है,लेकिन घर-घर सर्वें का काम चल रहा है, घर-घर पहुंच ग्रामीणों को ब्लड सैम्पल लेने का काम जारी है। पेयजल स्त्रोतों के आसपास विशेष साफ सफाई की जा रही है।
*कोयलारी में डायरिया से एक भी जनहानि नहीं :- स्वास्थ्य विभाग*
कलेक्टर जनमेजय महोबे को सीएमएचओ डॉ बीएल राज ने कोयलारी में डायरियों के रोकथाम और नियंत्रण के लिए अपनाए जा रहे अब तक के पूरी रिपोर्ट दी है। रिपोर्ट में सीएमएचओ डॉ राज ने बताया कि कोयलारी में डायरियां की वजह से एक भी जनहानी नहीं हुई है। इस दौरान कोयलारी में दो व्यक्तियों की मृत्यु हुई है, जिनमें से एक बिसाहिन बाई आयु 54 वर्ष है। जो विगत 30 वर्षों से लकवाग्रस्त थी। साथ ही उनके ब्लउ प्रेशर का ईलाज भी चल रहा था। 6 मई को सुबह उन्हे दो बार उल्टी हुई, इन्हे सिंघंरपुरी के अस्पताल में सुबह 7 बजे भर्ती कराया गया जहां इनकी मृत्यु हो गई। ग्राम कोयलारी निवासी कृष्णा साहू आयु 65 वर्ष का था। वह टीबी के मरीज थे। इनका उपचार 5 जनवरी 2023 से प्रांरभ हुआ और 28 जून 2023 को पूर्ण हुआ। उनका शरीर टीबी की बिमारी के कारण कमजोर हो चुका था और उन्हे उल्टी दस्त की कोई शिकायत नहीं थी। वे अस्थमा से पीडित थे और उन्हे सांस लेने में भी समस्या हो रही थी। इसी समस्या के कारण वे 14 मई को कोयलारी के स्वास्थ्य शिविर में आए थे। उन्हे 14 मई को ही शाम 5 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहसपुर लोहारा रिफर किया गया। हालत में सुधार नहीं होने की स्थिति में 15 मई को जिला अस्पताल में रिफर किया गया, परन्तु जिला चिकित्साल पहुंचने से पहले ही मरीज की मृत्यु हो गई।