कबीरधामकवर्धा

राजनीति से सनातन विरोधियों का मोक्ष की जरूरत हैं- बाबा रामदेव*

गणेश तिवारी और नेहा तिवारी ने सनातन धर्म को जागरूक रखने के लिए अनूठा पुरूषार्थ किया है।*

कवर्धा। योगऋषि बाबा रामदेव ने कहा कि राजनीतिक रूप से उन लोगों को मोक्ष की जरूरत है, जो सनातन धर्म के विरोधी हैं। वे सत्ता में न रहने पाएं। तभी सनातन धर्म की रक्षा होगी। दुष्चरित्र व्यक्ति का हम पर शासन न हो, राजनीतिक बुरे लोगों का बहिष्कार करो। ऐसे लोगोें का सामाजिक बहिष्कार करो, मोहल्ले व शहरों में घुसने मत दो। आर्थिक व वैचारिक बहिष्कार भी करो। किसी प्रकार का कोई सपोट नहीं मिलना चाहिए। बुरे विचार वालों का मोक्ष जरूरी है। वहीं अपने लोगों को सामाजिक, आर्थिक, वैचारिक सपोट मिलना चाहिए। तभी सनातन धर्म आगे बढ़ेगा। मिलजुलकर जो लोग नहीं रहते, वे लोग सनातन और रामकृष्ण संस्कृति के विरोधी हैं। भारत भूमि और इसका कण कण सनातन धर्म का गौरव है।

श्री गणेशपुरम कवर्धा में गणेश तिवारी द्वारा आयोजित रूद्र महायज्ञ, श्रीमद्भागवत ज्ञान सप्ताह, श्रीराम कथा और विशाल योग शिविर के अंतिम दिन सोमवार को वर्चुवल वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से बाबा रामदेव ने कहा कि सनातन धर्म के आधारभूत तत्वों का एक साथ लेकर जो अनूठा पुरूषार्थ किया गया है, उसके लिए गणेश तिवारी, नेहा तिवारी और पूरा तिवारी परिवार लंबे समय तक याद किए जाते रहेंगे। दो वर्षों की तैयारी और लाखों लोगों तक प्रत्यक्ष जाकर निमंत्रण देना सनातन धर्म को जागरूक रखने के लिए अनुपम प्रयास है। उन्होने कहा कि कार्यक्रम की शुरुआत में कलश यात्रा की वीडियो मैने देखी है। ऐसी कलश यात्रा मैने कभी नहीं देखी।

योगऋषि स्वामी रामदेव ने कहा कि राम मेरे हैं। कृष्ण मेरे हैं, यह भावना कथा तक ही नहीं रखना है। बल्कि अंतिम सांस तक जिंदा रखना है। मैं राम हूं, मैं सीता हूं, शिव हूं, मैं हनुमान हूं का संकल्प के साथ शिवमय और राममय होकर आराध्य रूप में राम की मर्यादा और श्रीकृष्ण का ऐष्वर्य
और पराक्रम को अपनाएं। शिव तो महान योगी हैं। उस योगत्व में जीना सीखना हैं। महापुरूषों के चरित्र को अपने जीवन में उतारें, जिससे जीवन का दुख, दारिद्र, संकट, कट सके।

*राम और कृष्ण के संतान होकर असुरों से डरने की जरूरत नहीं*

भगवान राम और कृष्ण के संतान होकर असुरों से डरने की जरूरत नहीं है। निष्ठा है, विश्वास है हमारे आराध्यों में। कभी जीवन में डरना नहीं है। जीवन में स्वराज के गीत गाएं। राजनीतिक रूप से अभय रहें, संगठित रहो। सभी प्रकार के प्रलोभनों से मुक्त रहें। ईश्वरीय न्याय व्यवस्था पर विश्वास करें। राजनीतिक षडयंत्रों से दूर रहें, वे धार्मिक उन्माद फैलाते हैं। हम आतंक के खिलाफ हैं, हम किसी से डरते नहीं हैं और किसी को डराते भी नहीं है। हम किसी को छेड़ते नहीं हैं। लेकिन हमें कोई छेड़ा, तो फिर हम छोड़ते भी नहीं हैं।

*हर सांस में और रोम रोम में राम बसे हैं- बाबा रामदेव*

योगऋषि बाबा रामदेव ने कहा कि राम धर्म के निर्गुण धारा के साकार रूप हैं। राम मर्यादा हैं। आदर्ष हैं। राम आदर्श पति हैं, आदर्श पुत्र हैं, आदर्श राजा हैं। सनातन धर्म के साक्षात विग्रह हैं। राम के अनुगामी हैं, श्रीराम के हम लोग वंशधर हैं, राम के उत्तराधिकारी हैं, राम के उपासक हैं, भक्त हैं। हर सांस में और रोम रोम में राम बसे हैं। राम हमारे आराध्य हैं। भगवान हैं। राम हमारे चरित्र में जीते हैं।

इस अवसर पर स्वामिश्री राजीवलोचन दास जी महाराज, स्वामी नरेंद्र देव, आयोजक गणेश तिवारी, श्रीमती नेहा तिवारी, संजय अग्रवाल, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी, डॉ. सियाराम साहू, भाजपा जिलाध्यक्ष अनिल ठाकुर, चंद्रप्रकाश उपध्याय, सुरेश चंद्रवंशी, दुर्गेश ठाकुर, मनोज गुप्ता, चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, राजकुमार वर्मा, हरि तिवारी सहित बड़ी संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे।
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Brajesh Gupta

Editor, cgnnews24.com

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